प्राण प्रतिष्ठित देवमूर्ति जिस स्थान पर स्थापित होती है, उस स्थान के मध्य बिंदु से चारों ओर कुछ दूरी तक...
पूजा-पाठ में दीप क्यों जलाया जाता है ? इसका महत्त्व क्या है।
सृष्टि में सूर्यदेव को जीवन ऊर्जा का स्रोत माना गया है और पृथ्वी पर अग्नि को सूर्यदेव का परिवर्तित रूप...
पूजा से क्या तात्पर्य है और भगवान किस प्रकार की पूजा से प्रसन्न होते हैं ?
श्रीमद्भगवद् गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि स्वकर्मणा तमभ्यर्च्य सिद्धिं विन्दति मानवः अर्थात् अपने अच्छे कर्म से मनुष्य भगवान...
मंत्र क्या हैं और ये अपनी चमत्कारी शक्ति का प्रभाव किस प्रकार दिखाते हैं ?
शास्त्रकारों के अनुसार मननात् त्रायते इति मंत्रः अर्थात् मनन करने पर जो त्राण (रक्षा) करे, वही मंत्र है। वास्तव में...
पूजा करने से पूर्व स्नान करने को क्यों कहा जाता है ?
देवताओं के पूजन-अर्चन में मन की पवित्रता का ही नहीं, बल्कि शरीर की पवित्रता का भी विशेष महत्त्व है ।...
पंचमहायज्ञ से क्या तात्पर्य है ? भारतीय धर्म-संस्कृति में इनका क्या महत्त्व है ?
धर्म शास्त्रों में प्रत्येक गृहस्थ को प्रतिदिन पंचमहायज्ञ अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए गए हैं। पंच महायज्ञ के...
पुनर्जन्म क्यों होता है और हिंदू धर्मग्रंथों में पुनर्जन्म की मान्यता क्यों है ?
आध्यात्मिक मान्यता के अनुसार प्राणी का शरीर नश्वर है और शरीर में वास करने वाली आत्मा अजर-अमर है। सृष्टि के...
धार्मिक कार्यों में शंख बजाने की परम्परा क्यों है ? शंखनादको शुभ और अनिवार्य क्यों माना जाता है ?
अथर्ववेद में शंख बजाने के बारे में निर्देश देते हुए कहा गया है कि शंख अंतरिक्ष, वायु, ज्योतिर्मंडल और सुवर्ण...
हिंदू धर्म में अनेक देवी-देवताओं की पूजा क्यों की जाती है?
दिव्य गुण, धर्म और स्वभाव से परिपूर्ण स्वरूप के स्वामी देवी-देवता कहलाते हैं। सामान्यतः ये देवी-देवता सत्य, धर्म और सद्भाव...
सनातन धर्म में वृक्षों की पूजा-उपासना का क्या महत्त्व है और यह क्यों की जाती है?
सनातन धर्म-संस्कृति में वृक्षों को अत्यंत पवित्र और देवतास्वरूप माना गया है। मनु स्मृति के अनुसार वृक्ष योनि पूर्व जन्मों...
घर में तुलसी का पौधा क्यों लगाया और पूजा जाता है ?
तुलसी के पौधे का महत्त्व वर्णित करते हुए पद्मपुराण में कहा गया है कि जिस घर में तुलसी का उद्यान...
करवा चौथ के दिन चंद्रमा की पूजा क्यों की जाती है ?
चंद्रमा मन का देवता है इसी कारण यह मन की हर स्थिति चंचलता, स्थिरता और प्रसन्नता आदि को नियंत्रित करता...
सगोत्र विवाह करना क्यों वर्जित कहा गया है ?
विवाह की परिपाटी निर्धारित करते हुए 'मनु स्मृति' में लिखा गया है-असपिण्डा च या मातुरसगोत्रा च या पितुः ।सा प्रशस्ता...
ग्रहण काल में भोजन करना क्यों वर्जित कहा गया है ?
ग्रहण के दौरान पदार्थों और जलादि में सूक्ष्म कीटाणु एकत्रित होकर उन्हें दूषित कर देते हैं । इसी कारण इनमें...
भारतीय सभ्यता-संस्कृति में अतिथि को देवता मानने की प्रथा क्यों है ?
अतिथि कौन ? इस बारे में अतिथि के लक्षणों का वर्णन करते हुए महर्षि शातातप (लघुशाता - 55 ) कहते...
गुरु-दक्षिणा की परंपरा क्यों है और इसका क्या महत्त्व है ?
जब गुरु अपने शिष्य को पूरा ज्ञान देकर गुरु-दीक्षा की रीति पूर्ण कर लेता है तो इसके बाद शिष्य गुरु...
गुरु दीक्षा का विशेष महत्त्व क्यों है ?
गुरु के पास जो श्रेष्ठ ज्ञान होता है, वह अपने शिष्य को प्रदान करने और उस ज्ञान में उसे पूर्णतया...
भारतीय धर्म, साहित्य और संस्कृति में गुरु का क्या महत्त्व है?
श्रीमद्भगवद् गीता में स्वयं भगवान श्रीकृष्ण गुरु की व्याख्या और महत्त्व बताते हुए कहते हैं-देवद्विजगुरुप्राज्ञपूजनं शौचमार्जनम् ।ब्रह्मचर्यमहिंसा च शरीरं तप...