मुंडन संस्कार के प्रति यह मान्यता है कि इससे शिशु का मस्तिष्क और बुद्धि दोनों ही पुष्ट होते हैं और...
हिंदू धर्म में नामकरण संस्कार का क्या महत्त्व है ?
नामकरण संस्कार के बारे में स्मृति संग्रह में लिखा है- आयुर्वर्थोऽभिवृद्धिश्च सिद्धिर्व्यवहृतेस्तथा ।नामकर्मफलं त्वेतत् समुद्दिष्टं मनीषिभिः ॥ अर्थात् नामकरण संस्कार...
माता सरस्वती को ज्ञान और विद्या की देवी क्यों समझा जाता है ?
सुर, लय, ताल और राग-रागिनी आदि का प्रादुर्भाव देवी सरस्वती से ही हुआ है। ये संगीतशास्त्र की अधिष्ठात्री देवी हैं।...
माला में १०८ मनके ही क्यों होते हैं ? माला जपने का क्या औचित्य है ?
योग चूड़ामणी उपनिषद में कहा गया है - षट्शतानि दिवारात्रौ सहस्राण्येकं विंशति ।एतत् संख्यान्तितं मंत्र जीवो जपति सर्वदा ॥ अर्थात...
हनुमान जी को सिंदूर क्यों चढ़ाया जाता है?
हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने के संदर्भ में अद्भुत रामायण में एक घटना का उल्लेख मिलता है। इस घटना के...
गणेश जी को कैथ जामुन क्यों चढ़ाते हैं?
गणेशजी के संबंध में शत मोदकप्रिय उक्ति प्रचलित है। इस उक्ति का अर्थ है कि एक बार में 100 लड्डू...
गणेशजी गजबदन हैं, किन्तु उनका वाहन छोटा सा मूषक क्यों है?
गिरीश जी गजबदन और लंबोदर है। उनका शरीर अत्यंत शक्ति संपन्न और उदर बहुत लम्बा ( बड़ा ) है। प्रायः...
पीपल के वृक्ष की पूजा क्यों की जाती है?
धर्म शास्त्रों में पीपल वृक्ष को भगवान विष्णु का निवास माना गया है। स्कंध पुराण के अनुसार पीपल की जड़...
विवाहित स्त्रियां अपनी मांग में सिंदूर क्यों सजाती है?
मांग में सिंदूर सजाना सुहागिन स्त्रियों का प्रतीक माना जाता है। यह जहाँ मंगल दायक माना जाता है वहीं इसे...