माला में १०८ मनके ही क्यों होते हैं ? माला जपने का क्या औचित्य है ?

योग चूड़ामणी उपनिषद में कहा गया है - षट्शतानि दिवारात्रौ सहस्राण्येकं विंशति ।एतत् संख्यान्तितं मंत्र जीवो जपति सर्वदा ॥ अर्थात...

Read More