विवाह की परिपाटी निर्धारित करते हुए 'मनु स्मृति' में लिखा गया है-असपिण्डा च या मातुरसगोत्रा च या पितुः ।सा प्रशस्ता...
ग्रहण काल में भोजन करना क्यों वर्जित कहा गया है ?
ग्रहण के दौरान पदार्थों और जलादि में सूक्ष्म कीटाणु एकत्रित होकर उन्हें दूषित कर देते हैं । इसी कारण इनमें...
भारतीय सभ्यता-संस्कृति में अतिथि को देवता मानने की प्रथा क्यों है ?
अतिथि कौन ? इस बारे में अतिथि के लक्षणों का वर्णन करते हुए महर्षि शातातप (लघुशाता - 55 ) कहते...