पूजा से क्या तात्पर्य है और भगवान किस प्रकार की पूजा से प्रसन्न होते हैं ?

श्रीमद्भगवद् गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि स्वकर्मणा तमभ्यर्च्य सिद्धिं विन्दति मानवः अर्थात् अपने अच्छे कर्म से मनुष्य भगवान...

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मंत्र क्या हैं और ये अपनी चमत्कारी शक्ति का प्रभाव किस प्रकार दिखाते हैं ?

शास्त्रकारों के अनुसार मननात् त्रायते इति मंत्रः अर्थात् मनन करने पर जो त्राण (रक्षा) करे, वही मंत्र है। वास्तव में...

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पंचमहायज्ञ से क्या तात्पर्य है ? भारतीय धर्म-संस्कृति में इनका क्या महत्त्व है ?

धर्म शास्त्रों में प्रत्येक गृहस्थ को प्रतिदिन पंचमहायज्ञ अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए गए हैं। पंच महायज्ञ के...

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पुनर्जन्म क्यों होता है और हिंदू धर्मग्रंथों में पुनर्जन्म की मान्यता क्यों है ?

आध्यात्मिक मान्यता के अनुसार प्राणी का शरीर नश्वर है और शरीर में वास करने वाली आत्मा अजर-अमर है। सृष्टि के...

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धार्मिक कार्यों में शंख बजाने की परम्परा क्यों है ? शंखनादको शुभ और अनिवार्य क्यों माना जाता है ?

अथर्ववेद में शंख बजाने के बारे में निर्देश देते हुए कहा गया है कि शंख अंतरिक्ष, वायु, ज्योतिर्मंडल और सुवर्ण...

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सनातन धर्म में वृक्षों की पूजा-उपासना का क्या महत्त्व है और यह क्यों की जाती है?

सनातन धर्म-संस्कृति में वृक्षों को अत्यंत पवित्र और देवतास्वरूप माना गया है। मनु स्मृति के अनुसार वृक्ष योनि पूर्व जन्मों...

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