पूजा से क्या तात्पर्य है और भगवान किस प्रकार की पूजा से प्रसन्न होते हैं ?

श्रीमद्भगवद् गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि स्वकर्मणा तमभ्यर्च्य सिद्धिं विन्दति मानवः अर्थात् अपने अच्छे कर्म से मनुष्य भगवान...

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